Friday, July 20, 2012

कुछ कर गुजरने को तैयार राहुल

नई दिल्ली : उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के निराशाजनक प्रदर्शन के बाद कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी अब कुछ कर गुजरने को तैयार हैं। इसी कारण संगठन और संप्रग सरकार में बड़ी और बढ़ी भूमिका के लिए वह तैयार हो गए हैं। संगठन और सरकार से उठ रही आवाजों के बीच पहली बार सार्वजनिक रूप से राहुल ने एलान किया कि वह अब संगठन और सरकार में और ज्यादा सक्रिय भूमिका निभाएंगे। कांग्रेस के अंदर इस बड़ी और बहुप्रतीक्षित घोषणा के बाद सबकी निगाहें अब राहुल की नई भूमिका पर है। राहुल के ताजा एलान के बाद सरकार में भी फेरबदल की संभावनाएं बलवती हो गई हैं। अगले लोकसभा चुनाव में राहुल गांधी को बतौर प्रधानमंत्री उम्मीदवार पेश करने के लिए जमीन तैयार करने की दिशा में यह बड़ा कदम है। संकेत हैं कि पार्टी में उनका पद बढ़ाने के साथ - साथ प्रशासनिक मोर्चे पर भी दक्ष साबित करने के लिए उन्हें सरकार में शामिल किया जाएगा। उनके ग्रामीण विकास मंत्रालय संभालने की संभावना है। जयराम रमेश को यहां से ऊर्जा मंत्रालय भेजा जा सकता है। सूत्रों के मुताबिक, सुशील कुमार शिंदे को गृह मंत्री बनाए जाने के आसार हैं। यह भी देखना दिलचस्प होगा कि संगठन में सोनिया के बाद घोषित तौर पर नंबर दो का पद लेने के लिए राहुल क्या बनना पसंद करते हैं। वैसे इससे पहले इंदिरा गांधी के जमाने में कमलापति त्रिपाठी कार्यकारी अध्यक्ष बन चुके हैं तो हेमवती नंदन बहुगुणा को प्रधान महासचिव पद दिया गया था। इसी तरह राजीव गांधी के जमाने में अर्जुन सिंह और सीताराम केसरी के कांग्रेस अध्यक्ष रहते जितेंद्र प्रसाद उपाध्यक्ष बनाए गए थे।

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