विम्बलडन. वल्र्ड नंबर वन नोवाक जोकोविच को हराकर रोजर फेडरर फाइनल में, चार सेटों में जीता मुकाबला
लंदन . भारत के लिएंडर पेस और रूस की एलेना वेस्नीना की चौथी जोड़ी ने बेलारूस की मैक्स मिर्नी और विक्टोरिया अजारेंका की ओलिंपिक जोड़ी को ७-६, ६-३ से हराकर विम्बलडन टेनिस चैंपियनशिप के मिश्रित युगल क्वाार्टर फाइनल में जगह बना ली है लेकिन रोहन बोपन्न और चीन की झेंग झी को क्वार्टर फाइनल में हार का सामना करना पड़ा है। पेस और वेस्नीना ने गुरुवार को क्वाार्टर फाइनल में बेलारूसी जोड़ी के खिलाफ जीत दर्ज करने के लिए एक घंटे ३२ मिनट तक जूझना पड़ा। पेस और वेस्नीना ने पहला सेट टाईब्रेक में ७-३ से जीतने के बाद दूसरा सेट ६-३ से जीतकर अंतिम आठ का टिकट कटा लिया जहां उनका सामना ऑस्ट्रेलिया के पाल हेनले और रूस की एला कुॢदयावत्सेवा से होगा।बोपन्ना और झेंग की दसवीं सीड जोड़ी को क्वार्टर फाइनल में अमेरिका के माइक ब्रायन और लीसा रेमंड की दूसरी सीड जोड़ी के हाथों २-६, ५-७ से हार का सामना करना पड़ा। बोपन्ना की हार के बाद अब पेस ही टूर्नामेंट में एकमात्र भारतीय रह गए हैं।
रिकॉर्ड 16 ग्रैंड स्लैम खिताब जीत चुके स्विट्जरलैंड के रोजर फेडरर विम्बलडन टेनिस टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंच गए हैं। शुक्रवार को पहले सेमीफाइनल में उन्होंने वल्र्ड नंबर वन सर्बिया के नोवाक जोकोविच को बिना किसी परेशानी के 6-3, 3-6, 6-4, 6-3 से हरा दिया। फेडरर 2011 फ्रेंच ओपन के बाद पहली बार किसी ग्रैंड स्लैम टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंचे हैं। उन्होंने अपना आखिरी ग्रैंड स्लैम खिताब 2010 में ऑस्ट्रेलियन ओपन के रूप में जीता था। 2010 और 2011 में फेडरर को यहां विम्बलडन के क्वार्टर फाइनल में ही हार का सामना करना पड़ा था।
12 एस जमाए फेडरर ने
फेडरर ने जोकोविच के खिलाफ सेमीफाइनल मुकाबले में कुल 12 एस जमाए। वहीं नौ एस ही जमा पाए। फेडरर को मैच में कुल 11 ब्रेक प्वाइंट मिले जिसमें से वे तीन को भुनाने में सफल रहे। जोकोविच को तीन ब्रेक प्वाइंट मिले जिसमें से वे एक को ही भुना पाए। मैच में फेडरर ने 31 विनर्स जमाए जबकि जोकोविच ने 28 विनर्स जमाए। नेट पर अंक जुटाने में हालांकि जोकोविच आगे रहे। उन्होंने नेट पर फेडरर के 13 की तुलना में 14 बार अंक बनाए।
जोकोविच के खिलाफ 15वीं जीत
यह फेडरर की नोवाक जोकोविच के खिलाफ 27 मैचों में 15वीं जीत है। ग्रैंड स्लैम टूर्नामेंट में दोनों खिलाड़ी 11वीं बार आमने-सामने थे जिसमें फेडरर ने छठी जीत दर्ज की है। पांच बार जोकोविच को जीत हासिल हुई थी। इस जीत के साथ ही जोकोविच ने फ्रेंच ओपन के सेमीफाइनल में जोकोविच के हाथों मिली हार का हिसाब भी चुकता कर दिया। ग्रास कोर्ट पर यह फेडरर और जोकोविच की पहली भिड़ंत थी जिसमें फेडरर ने बाजी मार ली। इससे पहले क्ले कोर्ट पर दोनों आपस में छह मैच खेल चुके थे जिसमें दोनों को ही तीन-तीन मैचों में जीत मिली। हार्ड कोर्ट पर 20 भिड़ंत में फेडरर 11-9 से आगेथे।
खिताब जीते तो फिर नंबर वन
फेडरर अगर इस बार विम्बलडन खिताब जीतने में सफल होते हैं तो वह अर्से बाद फिर से दुनिया के नंबर एक पुरुष टेनिस खिलाड़ी बन जाएंगे। अभी जोकोविच नंबर एक हैं। सेमीफाइनल में पहुंचते ही उनका कम से कम नंबर दो बनना तय हो गया था।
सैम्प्रास की बराबरी का मौका
फाइनल में फेडरर का सामना एंडी मरे और जो विलफ्रेड सोंगा के बीच होने वाले मैच के विजेता से होगा। अगर फेडरर खिताब जीतने में सफल रहते हैं तो वह सर्वाधिक विम्बलडन पुरुष एकल खिताब जीतने के मामले में अमेरिका के पीट सैम्प्रास और ब्रिटेन के विलियम रेनशॉ की बराबरी कर लेंगे। इन दोनों खिलाडिय़ों ने अब तक सात-सात बार यह खिताब जीता है।
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