Tuesday, July 17, 2012

बिजली संकट और गहराया भूली में 13 घंटे बत्ती गुल

पुटकी का ट्रांसफॉर्मर ठीक होने तक जुगाड़ पर ही चलेगा काम

शुक्रवार से चला आ रहा शहर का विद्युत संकट सोमवार को और गहरा गया। रविवार को बहुत हद तक विद्युत व्यवस्था ठीक थी लेकिन सोमवार सुबह से फिर से व्यवस्था चरमरा गई।बिजली संकट की वजह से शहर के अधिकतर इलाके दिन में तो कारोबार प्रभावित रहा तो शाम के बाद शहर के अलावा आसपास के इलाके अंधेरे में डूबे हुए मिले। पुटकी सबस्टेशन का ट्रांसफार्मर जल जाने की वजह से पिछले शुक्रवार से शहर में विद्युत व्यवस्था चरमरा गई। डीवीसी ने 6 करोड़ के ट्रांसफॉर्मर को बदलने के बजाय मरम्मत का निर्णय लिया है। 25 दिन मरम्मत में लगेंगे। इधर उपायुक्त ने सप्ताह भर में व्यवस्था दुरुस्त करने को कहा है जबकि विद्युत विभाग ने मामले में हाथ खड़े कर दिए हैं और रोटेशन के आधार पर विद्युतापूर्ति की जा रही है। इससे शहर और आसपास बारी-बारी से 8-10 घंटे तक बिजली गुल रह रही है।
शहर की बिजली व्यवस्था दुरुस्त करने के उपाय किए जा रहे हैं। डीवीसी के ट्रांसफॉर्मर की मरम्मत के बाद आपूर्ति सामान्य हो जाएगी। - आरवाई सिंह, विद्युत महाप्रबंधक

व्यवसाय बाधित, खाने की चीजें हो रही हैं खराब
बिजली संकट से सबसे ज्यादा व्यवसायियों को परेशानी हो रही है। खाद्य सामग्री और सब्जी आदि बेचने वाले बड़े व्यवसायियों का धंधा बैठने लगा है। बिजली गुल होने से फ्रिजर फेल हो गए हैं और खाद्य सामग्रियों के खराब होने का खतरा उत्पन्न हो गया है।जेनरेटर के भरोसे दिन में काम चल रहा है लेकिन रात में फ्रिजर चलाने के लिए जेनरेटर का उपयोग मुश्किल हो गया है क्योंकि दिन के अलावा रात में भी शहर की बिजली दो -दो घंटे तक गुल रह रही है।

फिश प्लेट जलने से भूली में अंधेरा
रविवार की रात बी ब्लॉक पावर सब स्टेशन के पैनल में लगे एसीबी की फिश प्लेट जल जाने के कारण बी ब्लॉक तथा आमबगान क्षेत्र में लगभग 13 घंटे तक बिजली आपूर्ति ठप रही। बिजलीकर्मियों पर स्थानीय लोगो के काफी दबाव के बाद सोमवार की दोपहर साढे बारह बजे बिजली आपूर्ति बहाल की गई। इस संबंध में बी ब्लॉक सबस्टेशन के इंचार्ज तथा कर्मियों ने बताया कि यहां के पैनल में लगे कई सामान पुराने एवं काफी जर्जर हो चुके है। उक्तसामान की मांग करने पर भी सामान उपलब्घ नहीं कराया जा रहा है। हमलोग उसी सामान को बार-बार रिपेयर कर तथा अन्य खराब पड़े ब्रेकरों से खोलकर किसी तरह काम चला रहे है। साथ ही यहां मैन पावर की भी कमी है। एक शिफ्ट में कभी एक, तो कभी दो कर्मियों से ही काम लिया जा रहा है, जिस वजह से मेंटेनेंस का काम नहीं हो पाता है। इसलिए बार-बार समस्या उत्पन्न हो रही है। मैनपावर की कमी के वजह से ही कई जगहों के स्ट्रीट लाईट भी बंद पड़े है। वही अधिकारियों का कहना है कि वहां मैनपावर की कमी जरूर है। लेकिन ऐसा नहीं है कि सामान की मांग करने पर हमलोग सामान उपलब्घ नहीं कराते, जब भी सामान की मांग की जाती है जरूरत के हिसाब से हर सामान उपलब्घ कराया जाता है।

No comments:

Post a Comment

<iframe style="width:120px;height:240px;" marginwidth="0" marginheight="0" scrolling="no" frameb...