Wednesday, July 25, 2012

धान का समर्थन मूल्य बैंकों में, तड़प रहे किसान

धनबाद : दो पैसे ज्यादा मिलने की ललक में किसानों ने सरकार को धान सौंप दिया। अब छह महीने से ज्यादा समय हो रहा है और विभिन्न एजेंसियों के माध्यम से सरकार को धान सौंपने के बाद किसान मूल्य पाने को तड़प रहे हैं। धान का समर्थन मूल्य नहीं मिल पाने से बीज और खाद भी नहीं खरीद पा रहे। बताते हैं कि काफी हो-हल्ला के बाद झारखंड सरकार ने 10.53 करोड़ रुपये धनबाद को मुहैया कराये। बावजूद, किसानों को बकाया धान का समर्थन मूल्य का भुगतान नहीं हो पा रहा है। मंगलवार को इस मसले पर उपायुक्त सुनील कुमार के सामने एडीएम सप्लाई अशोक कुमार सिंह और जिला सहकारिता पदाधिकारी मंजू विभावरी ने एक-दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगाए। किसानों को धान का बकाया भुगतान करने के लिए 7 जुलाई को झारखंड सरकार से धनबाद को 10.53 करोड़ रुपये प्राप्त हुए। 17 दिन बीत जाने के बावजूद पैसा बैंक में पड़ा है। मंगलवार को बैठक में जिला सहकारिता पदाधिकारी ने कहा कि एडीएम सप्लाई से भुगतान के लिए 12. 64 करोड़ रुपये की मांग की गई है। राशि उपलब्ध होने के बावजूद वह किसानों को भुगतान के लिए विभाग को नहीं दे रहे हैं। एडीएम ने भुगतान न होने के लिए जिला सहकारिता पदाधिकारी पर आरोप जड़ा। उन्होंने कहा कि ज्यादा राशि की मांग कर रहीं हैं। उपायुक्त ने मसले को गंभीरता से लेते हुए एडीएम सप्लाई को निर्देश दिया कि वह सहकारिता विभाग को राशि मुहैया कराए। उपलब्ध राशि से किसानों का बकाया भुगतान किया जाए। शेष बकाया भुगतान के लिए सरकार से और राशि की मांग की जायेगी।

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