पहले जमाया धौंस, पोल खुलने पर कार समेत भागे

धनबाद : चमचमाती लाल रंग की कार, कार के शीशे पर चस्पा रेल मंत्रालय का स्टीकर और कार पर लाल बत्ती..। यह नजारा धनबाद सदर थाना के ठीक सामने होटल रत्न विहार में सोमवार देर शाम का था जहां चार लोग स्वयं को रेलवे बोर्ड का अधिकारी बताकर ठहरे थे। उनमें से एक के पास मंडल रेल उपभोक्ता सलाहकार समिति (डीआरयूसीसी) सदस्य का अधिकृत पत्र था। पोल खुलने पर चारों वाहन समेत फरार हो गये। कौन-कौन थे : होटल में ठहरने वालों में पार्थो प्रतीम होइती लाल बत्ती लगी .. (जिनके नाम से डीआरयूसीसी सदस्य का पत्र जारी किया गया, सह पश्चिम मेदनीपुर किसान कांग्रेस अध्यक्ष), राजीव सरकार, अनूप पात्रा व वाहन चालक सैयद आरिफ थे। उन्हें जरा भी फिक्र नहीं थी कि उनका यह कारनामा गैरकानूनी है। उल्टे कह रहे थे कि उनके पास रेलवे के एक वरीय अधिकारी का पत्र है जिसमें लिखा है कि वे लाल बत्ती लगी कार में सफर करने के हकदार हैं। उस रेल अधिकारी के कहने पर ही धनबाद आए हैं। पश्चिम बंगाल से आए पार्थो प्रतीम होइती के पास से ईस्ट सेंट्रल रेलवे के डीआरयूसीसी सदस्य का पत्र मिला जिस पर धनबाद मंडल के एक वरीय रेल अधिकारी का 28 जून को किया हस्ताक्षर है। होटल रत्न विहार में कमरा नंबर 209 व 213 बुक कराया गया था। पता गोरिया, कोलकाता का था। पहले तो चारों ने स्वयं को रेलवे बोर्ड का सदस्य बताकर धौंस जमाने की कोशिश की। पोल खुल जाने पर फरार हो गए।
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