Saturday, July 7, 2012

एक छत के नीचे ज्ञान-विज्ञान का संसार

धनबाद : अब तक जो चीजें आप डिस्कवरी और नेशनल जियोग्राफिक चैनल में देखते थे, उन्हें अपनी आंखों के सामने देख सकते हैं। विलुप्त होनेवाले पशु-पक्षी और पेड़-पौधों को बटन दबाकर उनके नाम, उनकी प्रजाति और उनके जन्म स्थान के बारे भी आसानी से पता लगा सकते हैं। इसके लिए बस आपको धनबाद रेलवे स्टेशन तक जाना होगा, जहां साइंस एक्सप्रेस में ऐसी तमाम चीजें एक ही छत के नीचे उपलब्ध होगी। रेल एवं पर्यावरण व वन मंत्रालय तथा विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के संयुक्त पहल पर शुरू हुई साइंस एक्सप्रेस शुक्रवार को धनबाद पहंुची। नौ जुलाई तक धनबाद के लोग इस विशेष ट्रेन का दीदार कर सकेंगे। साइंस एक्सप्रेस बायोडायवर्सिटी स्पेशल ट्रेन में विज्ञान में रुचि रखने वाले छात्र-छात्राओं को पर्यावरण में बदलाव तथा जैव विविधता से संबंधित सभी जानकारी यहां मिल सकती है। 13 कोचों की प्रदर्शनी : ट्रेन में प्रदर्शनी के लिए 13 कोच लगाए गए हैं। जिनमें गंगा का मैदान, पूर्वोत्तर भारत, रेगिस्तान, तट एवं द्वीप शामिल हैं। खतरे में चल रही प्रजातियां, कृषि, पशुपालन, जैव विविधता के ग्राउंड संरक्षण के उपाय तथा संरक्षण की चुनौतियों पर भी प्रदर्शनी लगायी गयी है। तीन कोचों में ऊर्जा एवं जल संरक्षण विषय को दर्शाया गया है। मोबाइल लैब आकर्षण का केन्द्र : ट्रेन में जैव विविधता के लिए मोबाइल लैब की व्यवस्था है। जिसे जॉय ऑफ साइंस नाम दिया गया है। लैब में 70 से अधिक प्रयोग, गेम्स के माध्यम से रसायनशास्त्र, भौतिकी, गणित व पर्यावरण विज्ञान की जानकारी ली जा सकती है। एक कोच विशेष तौर पर कांफ्रेंस और प्रशिक्षण के लिए बनाया गया है। डीआरएम ने किया उद्घाटन : जंक्शन साइंस एक्सप्रेस का उद्घाटन डीआरएम सुधीर कुमार ने किया। उनके साथ सीनियर डीसीएम दयानंद, सीनियर डीओएम वेद प्रकाश, सीनियर डीईएनसी अभय कुमार सहित अन्य मौजूद थे। रेल अधिकारियों ने सभी कोचों का अवलोकन किया। स्कूल व कॉलेज के छात्र-छात्राओं से अधिक से अधिक संख्या में पहंुचकर साइंस एक्सप्रेस से रुबरू होने की बात कही। पहले दिन 4200 दर्शक : साइंस एक्सप्रेस प्रदर्शनी ट्रेन में पहले दिन 4200 दर्शक पहंुचे। स्कूली छात्र-छात्राओं की उपस्थित अच्छी रही।

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