रांची में 10 व हजारीबाग में एक मरीज की मौत, सैकड़ों लौटे

आइएमए की राष्ट्रव्यापी हड़ताल का झारखंड में व्यापक असर रहा। घाटशिला, जामताड़ा व धालभूमगढ़ को छोड़ पूरे प्रदेश में चिकित्सा सेवा ठप रही। सैकड़ों मरीज बगैर इलाज कराए लौट गए। हड़ताल के दौरान सिर्फ इमरजेंसी सेवा चालू थी। हालांकि चतरा सदर अस्पताल में आइएमए के सदस्यों ने आपातकालीन सेवा को भी ठप करा दिया। हड़ताल के दिन रिम्स में दस मरीजों की मौत हो गई, हजारीबाग जिले में इलाज के अभाव में एक मरीज की मौत हो गई। कई स्थानों पर डॉक्टरों ने जुलूस निकाल रोषपूर्ण प्रदर्शन किया और मांगों का ज्ञापन उपायुक्तों को सौंपा। रांची में गिने-चुने अस्पतालों को छोड़ सभी अस्पतालों में ओपीडी सेवा ठप रही। हजारीबाग सदर अस्पताल में इमरजेंसी सेवा के नाम पर भी खानापूर्ति की गई। हड़ताल का पलामू में व्यापक असर रहा। प्रखंडों के अधिकांश अस्पताल नर्स व कंपाउंडर के भरोसे रहे। रामगढ़ स्थित सीसीएल के केंद्रीय अस्पताल, नईसराय के चिकित्सकों ने काला बिल्ला लगाकर काम किया।
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