Monday, July 9, 2018

महिला ने आशिकों के साथ मिल कर कराई पति की हत्या

बरवाअड्डा कल्याणपुर के शिव शंकर साव की हत्या ने सामाजिक ताने-बाने को तहस-नहस कर दिया है। इस हत्या के खुलासे ने पति-पत्नी के रिश्ते को तो तार-तार कर दिया। नापसंद पति को रास्ते से हटाने के लिए शिव की पत्नी सुमन ने अपने आशिकों की गैंग बनाई। प्यार की दुहाई देकर सुमन ने अपने दो प्रेमियों को तब तक उकसाया जब तक उन लोगों ने उसके पति की हत्या नहीं कर दी।
शनिवार को एसएसपी मनोज रतन चोथे ने शिव के कत्ल के जुर्म में पकड़ी गई सुमन की साजिश से पर्दा उठाया। एसएसपी ने बताया कि सुमन ने अपने प्रेमी बरवाअड्डा नावाटांड़ निवासी कृष्ण कुमार महतो के साथ मिल कर हत्या की साजिश रची थी। उसने पति की हत्या कराने के लिए अपने चचेरे देवर दयाल महतो पर भी प्यार के डोरे डाले। कृष्ण और दयाल ने मिल कर नावाटांड़ के रमेश महतो और उदयपुर के राजेंद्र महतो को तैयार किया। दोनों को कृष्ण ने 50-50 हजार रुपए देने का वादा भी किया था। चारों ने मिल कर दो जुलाई की रात शिव शंकर की गला रेत कर हत्या कर दी और शव को टुंडी के फूलझर गांव में फेंक दिया। पुलिस ने रमेश को छोड़ बाकी चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। पत्रकारों से बातचीत के दौरान डीएसपी मुकेश कुमार महतो और बरवाअड्डा थानेदार दिनेश कुमार मौके पर उपस्थित थे।
16 मोबाइलों की सीडीआर दे रही हत्या की गवाही




शिव शंकर घटना के दिन अपनी कंपनी की पार्टी में था। साजिश के तहत दयाल वहां पहुंचा और शिव से कहा कि टुंडी में उसके मामा के घर पार्टी है। वहां से आरोपी शिव को अलग-अलग बाइक में लेकर टुंडी कुबरीडीह पहुंचे। वहां तीनों आरोपियों ने शिव को पकड़ा और राजेंद्र ने उसका गला रेत दिया। हत्या के दौरान सुमन, कृष्ण और दयाल की कई बार फोन पर बातचीत हुई है। जबकि अन्य आरोपियों से भी लगातार बातचीत के प्रमाण मिले हैं। पुलिस ने 16 मोबाइल नंबरों के सीडीआर के सहारे केस का खुलासा किया है।
गोविंदपुर के तालाब में गोताखोर खोज रहे चाकू
हत्या के बाद दयाल और कृष्ण शिव की बाइक लेकर वहां से चले, जबकि राजेंद्र और रमेश महतो दो अलग-अलग बाइक से भागे। रास्ते में रंगडीह के पास एक पुल के नीचे शिव की बाइक फेंक दी। जबकि हत्या में प्रयुक्त चाकू को टुंडी-गोविंदपुर सड़क के एक बड़े तालाब में फेंक दिया। शनिवार को दिनभर गोताखोर की मदद से पुलिस उस तालाब में चाकू खोजते रहे। एसएसपी ने बताया कि रविवार को भी चाकू खोजा जाएगा। जब शिव की लाश मिली तो दयाल भी भीड़ में शामिल होकर हत्यारे की गिरफ्तारी की मांग करने पहुंच गया था।
पत्नी की मौत के बाद हाथों में रचाई मेहंदी
पति के हत्या के बावजूद सुमन पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा था। वह इतना बेफिक्र थी कि उसने पति के मौत के बावजूद दोनों हाथों में मेहंदी रचाई थी। शादी के बाद से ही वह शिव के साथ नहीं रहना चाहती थी। कृष्ण उसके साथ ट्यूशन पढ़ता था। उसी दौरान दोनों करीब आए थे। दयाल से भी सुमन पुराना नाता था। सुमन शादी के बाद भी कृष्ण और दयाल के साथ डेट पर जाती थी। बिरसा मुंडा पार्क और रेश्टोरेंट में साथ पार्टियां मनाती थी।

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