निरसा : थाना अंतर्गत श्यामपुर ए कोलियरी की बंद जीरो सिम खदान के समीप अवैध उत्खनन में तीन लोगों की मौत हो गयी, जबकि एक घायल हो गया. हादसा कुएं के आकार की अवैध खदान में हुआ. कोयला निकालने के दौरान रस्सी टूटने तथा कोयला की बाेरियों के गिरने से यह घटना हुई. घटना सोमवार की देर रात्रि की है.
ग्रामीणों ने आनन-फानन में सभी शवों को निकाल रात में ही अंतिम संस्कार कर दिया. घायल का इलाज गुप्त तरीके से निजी अस्पताल में करवाया जा रहा है. पुलिस व इसीएल प्रबंधन ऐसी किसी घटना से इंकार कर रहे हैं.
आधा दर्जन मजदूर निकाल रहे थे कोयला : फटका स्थित जीरो सिम खदान वर्षों पूर्व बंद हो चुकी है. इस स्थान पर वन विभाग एवं इसीएल प्रबंधन ने पेड़ लगा दिये हैं. इलाका चारों ओर से जंगल एवं झाड़ियों से घिरा हुआ है. इसी का फायदा उठा कोयला तस्कर कई स्थानों पर कुआं जैसी खदान खोल रखी है. यहां बड़े पैमाने पर कोयला उत्खनन किया जाता है.
सोमवार की रात करीब आधा दर्जन लोग खदान से रस्सी के सहारे कोयला लदी बोरियां निकाल रहे थे. इसी दौरान रस्सी टूट गयी. खदान में नीचे खड़े मजदूरों पर कोयला की बोरियां गिर गयीं. इससे दब तीन मजदूरों की मौके पर ही मौत हो गयी, एक घायल हो गया. मृतकों में एक श्यामपुर एवं दो गोविंदपुर थाना क्षेत्र के कालाडाबर के रहनेवाले बताये जाते हैं.
नदी किनारा बना सेफ जोन
जिस स्थान पर घटना घटी, वहां से महज 20-25 कदम के फासले पर खुदिया नदी है. कुहुका से लेकर मुगमा तक खुदिया नदी का किनारा कोयला तस्करों का सेफ जोन बना हुआ है. नदी के दोनों किनारे पर सैकड़ों अवैध मुहाने बनाकर कोयला तस्कर कटाई कर साइकिल एवं मोटरसाइकिल से इसे क्षेत्र में संचालित भट्ठों में भेजते हैं. साथ ही नदी घाट से पश्चिम बंगाल भेजा जाता है. जंगल-झाड़ियों के बीच अवैध खदान रहने के कारण पुलिस और आम जनता वहां आसानी से नहीं पहुंच पाती है.
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