गलत नीतियों से रेलवे को हानि 
ऑल इंडिया लोको रनिंग स्टाफ एसोसिएशन के मंडल संगठन सचिव आरपी मेहता ने दो सूत्रीय मांग के संबंध में बताया कि माइलेज भत्ता दर आरएसी 1980 सिद्धांत के अनुसार अविलंब निर्धारित किया जाय। एक जनवरी 2016 के पूर्व और बाद सेवानिवृत्त रनिंग स्टाफ का सातवें वेतन आयोग के अनुसार तुलनात्मक पेंशन निर्धारण आरबीआइ 13/2018 का अनुपात विहीन विसंगतियों में सुधार किया जाय। कहा कि यह लड़ाई सिर्फ इसलिए है कि हम रेल प्रशासन से यह सवाल कर रहे हैं कि ऐसा रनिंग स्टाफ ने क्या किया जिससे रेल प्रशासन ने चौथे, पांचवें एवं सातवें वेतन आयोग में रनिंग स्टाफ के वेतन तथा भत्तों को कम किया। रेल प्रशासन कहता है कि ऑपरेटिंग रेशियो 86.4 है जिसे कम करना होगा परंतु रेल प्रशासन को स्पष्ट करना चाहिए कि क्या रनिंग स्टाफ के वेतन-भत्तों से ही ऑपरेटिंग रेशियो कम नहीं हो पा रहा है। यह किसी से छिपा नहीं कि गलत नीति के चलते रेलवे को हानि हुई है। एसोसिएशन द्वारा 48 घंटे का अनशन बिना गाड़ी रोके सफल बनाने का प्रयास है।